Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग)

मर्यादा और महिमा कड़ाह प्रसाद की

गुरुद्वारे मत्था टेक कर निकले तो एक मित्र ने कहा, कुछ ऐसी रुहानी खासियत है गुरुद्वारे के हलवे में कि उसका स्वाद बेजोड़ है। मित्र की बात में मैंने कुछ संशोधन करते हुए कहा कि यह कोई साधारण हलवा नहीं बल्कि गुरु महाराज का कड़ाह प्रसाद है। आम बोलचाल में जो हलवा है पंजाबी में वही कड़ाह है। और उसी कड़ाह में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में अरदास के साथ जब कृपाण लग जाती है तो वह पवित्र कड़ाह प्रसाद बन जाता है जिसे पंच अमृत भी कहा जाता है। यानी पांच वस्तुओं से मिल कर बनने वाला अमृत। ये पांच वस्तुएं हैं-आटा, चीनी, शुद्ध देसी घी, जल और अग्नि। सिख धर्म में कड़ाह प्रसाद की मर्यादा भी उतनी ही पुरानी है जितना कि यह धर्म। गुरुओं के युग से ही गुरुद्वारों में कड़ाह प्रसाद के वितरण की परम्परा चली आ रही है। चाहे किसी भी उप महाद्वीप का गुरुद्वारा हो, हर गुरुद्वारे में अथवा सिख घरों विशेष आयोजनों पर कीरतन के समापन पर उपस्थित जनों को कड़ाह प्रसाद वितरित किया जाता है। चूंकि यह गुरु का प्रसाद होता है इसलिए कड़ाह प्रसाद बनाते समय गुरुवाणी के पाठ का उच्चारण किया जाता है। सिर ढका हुआ और पांव नंगे होते हैं। तैयार होने पर कड़ाह प्रसाद को धातु के पात्र में डाल कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में स्वच्छ वस्त्र से ढक कर रखा जाता है। कथा कीरतन की समाप्ति पर अरदास होती है । अरदास में श्री गुरु ग्रंथ साहिब को संबोधित करते हुए यह कह कर कि आपकी हजूरी में कड़ाह प्रसाद की देग हाजिर है, आप जी के वर पर परवान यानी स्वीकार हो ईश्वर के दरबार में कड़ाह प्रसाद की स्वीकृति की विनती की जाती है और उसमें छोटी कृपाण फेरी जाती है। अरदास पूर्ण होने पर गुरु ग्रंथ साहिब में से एक शब्द का पाठ करके जिसे महावाक कहा जाता है, कड़ाह प्रसाद के वितरण की प्रक्रिया शुरु होती है। सबसे पहले पांच प्यारों का हिस्सा निकाला जाता है और उसे संगत में बैठे किन्ही पांच सिखों को वितरित किया जाता है । गुरुवाणी में सुख-दुख सम कर जाने का उपदेश दिया गया है। सो, वह खूबी भी सिर्फ कड़ाह प्रसाद के हिस्से आई है कि उसका वितरण हर मौके पर होता है। यानी मौका खुशी का हो या गमी का-हर मौके पर गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में होने वाले सिख धार्मिक अनुष्ठान का समापन कड़ाह प्रसाद के वितरण से होता है।

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Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
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