Shri Durga Saptashati - Chandi Pathaमाँ दुर्गा पुजा Vaikrutik Rahasyam~अथ वैकृतिकं रहस्यम् || अथ वैकृतिकं रहस्यम् || ऋषि रुवाच ऊँ त्रिगुणा तामसी देवी सात्त्विकी या त्रिधोदिता । सा शर्वा चण्डिका दुर्गा भद्रा भगवतीर्यते ।।1।। अर्थ ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Shri Durga Saptashati - Chandi Pathaमाँ दुर्गा पुजा Pradhanikam Rahasyam~अथ प्राधानिकं रहस्यम् ||अथ प्राधानिकं रहस्यम् || ऊँ अस्य श्रीसप्तशतीरहस्यत्रस्य नारायण ऋषिरनुष्टुप्छन्द:, महाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वत्यो देवता यथोक्तफलावाप्तयर्थं जपे विनियोग: । अर्थ – ऊँ सप्तशती के इन तीनों रहस्यों के ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Shri Ganesh Chalisa~श्री गणेश चालीसा || श्री गणेश चालीसा || || दोहा ||एकदन्त शुभ गज वदन विघ्न विनाशक नाम । श्रीगणेश सिद्धि सदन गणनायक सुख धाम ।।मंगल मूर्त्ति ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Sri Shiv Chalisa~श्री शिव चालीसा || श्री शिव चालीसा || जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।कहत अयोध्यादास तुम, देउ अभय वरदान ।।जय गिरिजापति दीनदयाला । सदा ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Shri Lakshmi chalisa~श्री लक्ष्मी चालीसा || श्री लक्ष्मी चालीसा || दोहामातु लक्ष्मी करि कृपा, करो ह्रदय में बास ।मनोकामना सिद्ध करि, पुरवहु मेरी आस ।। सोरठायही मोर अरदास, ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Sri Durga Chalisa~श्री दुर्गा चालीसा || श्री दुर्गा चालीसा || नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो अंबे दुख हरनी ।। निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूं ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Shree Navgrah Chalisa श्री नवग्रह चालीसा Sri Shani Chalisa ~श्री शनि चालीसा || श्री शनि चालीसा || दोहाजय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Gayatri Chalisa~श्री गायत्री चालीसा || श्री गायत्री चालीसा || ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा जीवन ज्योति प्रचण्ड ।शान्ति कान्ति जागृत प्रगति रचना शक्ति अखण्ड ॥ जगत जननी ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Shri Vindhyeshvari Chalisa~श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा || श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा || दोहा – नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब । सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ।। जय जय ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Chalisa Sangrah चालीसा संग्रह Sri Kali Chalisa~श्री काली चालीसा || श्री काली चालीसा || चौपाई जय काली जगदम्ब जय, हरनि ओघ अघ पुंज। वास करहु निज दास के, निशदिन हृदय निकुंज।। जयति कपाली कालिका, कंकाली सुख दानि। कृपा करहु वरदायिनी, निज सेवक अनुमानि।। चौपाई जय जय जय काली कपाली । जय कपालिनी, जयति कराली।। शंकर प्रिया, अपर्णा, अम्बा । जय कपर्दिनी, जय जगदम्बा।। आर्या, हला, अम्बिका, माया । कात्यायनी उमा जगजाया।। गिरिजा गौरी दुर्गा चण्डी । दाक्षाणायिनी शाम्भवी प्रचंडी।। पार्वती मंगला भवानी । विश्वकारिणी सती मृडानी।। सर्वमंगला शैल नन्दिनी । हेमवती तुम जगत वन्दिनी।। ब्रह्मचारिणी कालरात्रि जय । महारात्रि जय मोहरात्रि जय।। तुम त्रिमूर्ति रोहिणी कालिका । कूष्माण्डा कार्तिका चण्डिका।। तारा भुवनेश्वरी अनन्या । तुम्हीं छिन्नमस्ता शुचिधन्या।। धूमावती षोडशी माता । बगला मातंगी विख्याता।। तुम भैरवी मातु तुम कमला । रक्तदन्तिका कीरति अमला।। शाकम्भरी कौशिकी भीमा । महातमा अग जग की सीमा।। ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki