Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) दृढ़- निश्चय ही असंभव को संभव बनाता है! दुनिया में असंभव जैसा कार्य कुछ नहीं है, अगर आपने उसे करने का दृढ़ निश्चय कर लिया है तो उसे करके रहेंगे। क्योंकि ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) नींव का पत्थर लाल बहादुर शास्त्रीजी हमारे देश के दूसरे प्रधान मंत्री थे।निर्धनता की कष्टदायी पीड़ा से उभर कर उन्होंने अपने नैतिक सिद्धान्तों के प्रभाव ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) सच्चा कर्तव्य एक बार दो युवा साधु अपने गुरु के आदेश से आश्रम के काम से नगर गए। नगर आश्रम के बहुत दूर था और ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) दान ‘एक महायज्ञ’ कुरुक्षेत्र का युद्ध समाप्त हो चुका था और युधिष्ठिर हस्तिनापुर की गद्दी पर आसीन हो चुके थे। युधिष्ठिर ने अश्वमेध का महायज्ञ किया ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) महानता नेपोलियन बोनापार्ट ने अपने एक विरोधी को उच्च पद पर नियुक्त किया, तो कुछ अधिकारियों ने कहा कि यह व्यक्ति आपके बारे में ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) सत्यपुरुष का आभूषण महाराष्ट्र के महान विद्वान रामशास्त्री अपनी न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध थे । वे पेशवा माधवराव के गुरु और मंत्री थे। वे साथ ही ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) भगवान है और नहीं भी जिज्ञासुओं में एक ने सुकरात से पूंछा-भगवान है ? उन्होंने इंकार का सिर हिलाते हुए कहा-नहीं। दूसरे दिन वही प्रश्न एक दूसरे जिज्ञासु ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) भयदायक कर्म न करें(मोक्ष का मार्ग) मनुष्य को सब प्रकार के उपायों से लोभ और क्रोध को काबू में करना चाहिए। सब ज्ञानों में यही पवित्र ज्ञान है और ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) मर्यादा और महिमा कड़ाह प्रसाद की गुरुद्वारे मत्था टेक कर निकले तो एक मित्र ने कहा, कुछ ऐसी रुहानी खासियत है गुरुद्वारे के हलवे में कि उसका स्वाद बेजोड़ ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki
Inspirational stories (प्रेरक प्रसंग) गृहस्थ के कर्तव्य एक समय भगवान बुद्ध राजगृह के वेणुवन मे विहार कर रहे थे। उन्होंने देखा-श्रृंगाल नाम का एक वैश्य का लड़का भीगे वस्त्र, भीगे ... By Astologer cum Vastu vid Harshraj Solanki