स्वप्न रहस्य
किसी भी व्यक्ति के लिए स्वप्न देखना एवं इसके संकेतों के बारे में जानना बड़ा ही आकर्षक, रहस्यमय एवं जिज्ञासु प्रवृत्ति वाला होता है| एक ओर जहां बुरे स्वप्न हमे भयभीत एवं शंकाओं में डाल देते हैं वही दूसरी ओर अच्छे और मनोवांछित स्वप्न प्रसन्नचित्त और आत्मविभोर कर देते हैं|जिस प्रकार बुरे स्वप्न देखने के पश्चात व्यक्ति कहीं न कहीं दिन भर थोड़ा या ज्यादा असुरक्षित,शंकित एवं भयभीत महसूस करता है वहीं मनोवांछित,मनोहर और अच्छे स्वप्न व्यक्ति को दिन भर कहीं न कहीं अजीब सा प्रवाहित ऊर्जा एवं प्रसन्नता का अनुभव करता रहता है| अत: इस लेख में मैंने स्वप्न और इसके विभिन्न आयामों के बारे में संक्षेप में अधिक से अधिक जानकारी देने का प्रयास किया है साथ ही साथ स्वप्न के ज्योतिषीय एवं मनोवैज्ञानिक पक्षों का भी विश्लेषण करने का यथासंभव प्रयास किया है|
प्राचीन योगियों एवं नवीन वैज्ञानिक शोध के अनुसार जब व्यक्ति अधिक चिंतित हो या किसी गहरे मस्तिष्क आघात से पीड़ित हो,अत्याधिक बीमार हो, शारीरिक रूप से कमजोर हो,अंदर से डरा हुआ या डरपोक स्वभाव वाले को एक तो स्वप्न अत्यधिक आते हैं दूसरा इनके स्वप्न का फल भी निर्थक ही माना जाता है क्योंकि इनका चित या अवचेतन मन शुद्ध यानी तनाव रहित नहीं रहता है| बहुत बार हम वही सपने देखते हैं जो जागृत अवस्था में लगातार हमारे मन मस्तिष्क पर हावी रहता है|व्यक्ति पुरे दिन जो करता है निरंतर सोचता है, मन के गहरे में दबी इच्छाएं ,दिन भर के तनाव एवं चिंताएं निंद्रा में स्वप्न के रूप में दिखाई देता है| इसका कारण उस घटना विशेष का चित के गहरे में अंकित हो जाना है|स्वप्नदोष का संबंध भी इन्हीं गहरे में दबे कामुक विचार से है जो जागृत अवस्था के अपूर्ण कामुकता को दर्शाता है|अगर इससे संबंधित कोई व्यक्ति स्वप्न देखता है तो वह भी निरर्थक ही माना जाएगा| उदाहरण के लिए मान लीजिए किसी व्यक्ति के मन मस्तिष्क पर निरंतर यह हावी रहे कि मेरी नौकरी होगी या नही! इस तरह की अधूरी इच्छा जो पूर्ण नहीं हो पाती है अवचेतन मन के किसी कोने में दबी रहती है जो स्वप्न का रूप ले लेती है अत: इस तरह के निरंतर मस्तिष्क में चल रहे विचार से संबंधित देखा गया स्वप्न भी निरर्थक माना जाएगा क्योंकि यह सिर्फ अपूर्ण विचारों का बीज मात्र है जो स्वप्न के माध्यम से अंकुरित होकर निकलता है ताकि उसका मन मस्तिष्क थोड़ी देर के लिए शांति का अनुभव कर सके एवं मन थोड़ी देर के लिए तनाव रहित हो सके और ऐसे सपनों के माध्यम से व्यक्ति अपनी इच्छाओं को आभासी रूप से पूरा कर सकें|
स्वप्न दो प्रकार के होते हैं एक वह जो जागृत अवस्था में देखा जाए अर्थात खुली आंखों से और दूसरा नींद की अवस्था में देखा जाए| जागृत अवस्था में देखा गया स्वप्न हमारी उपरी मन मस्तिष्क में संग्रहित विचारों का प्रभाव मात्र होता है जो स्थान, काल एवं परिस्थिति के ऊपर निर्भर करता है| दूसरा निंद्रा की अवस्था में देखा गया स्वप्न| गहरी निंद्रा की अवस्था में अवचेतन मन की खोज सामान्य भौतिक परिधियों से इतर पराभौतिक सीमाओं तक फैल जाती है ,मानसिक चेतना अत्यंत सूक्ष्म होने के कारण सीमाहीन हो जाती है जिससे स्वप्न में विभिन्न संकेतों के माध्यम से स्वप्न देखने वाला भविष्य में होने वाली घटनाओं को प्रत्यक्ष रूप से संकेतों के माध्यम से देख लेता है| जागृत अवस्था का दृश्य जगत गहरी निंद्रा में मानसिक चेतना का सूक्ष्म चेतना के साथ विलय हो जाना स्वप्न देखने की प्रक्रिया को आरंभ करता है और यही स्वप्न वास्तव में सार्थक भी कहा गया है जो अनेक संकेतों के द्वारा भविष्य को समझने में मदद करता है| सपने में कई बार लोगों ने भविष्य की झलकियां देखी हैं|इतिहास में इसका कई उदाहरण मिल जाएगा जैसे अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने सपने में ही अपनी हत्या देख ली थी उन्हें सपने में ही पता चल गया था कि उनकी हत्या होने वाली है और ऐसा हुआ भी| बहुत से लोगों ने 9/11 के हमलों के बारे में पहले से ही सपना देख लिया था कि ऐसा कुछ घटित होने वाला है| यहां तक कि सपनों के माध्यमों से अनेक आविष्कार भी हुए है| इसमें सबसे प्रसिद्ध सिलाई मशीन का आविष्कार है| एलिअस होव खुद को सपने में आदिवासियों के कैद में देखा था तथा उन्होंने देखा कि आदिवासी अपने औजारों एवं सामानों को सिल रहे हैं उसी के माध्यम से उन्हें सिलाई के तकनीक का पता चला,उसी प्रक्रिया के तहत उन्होंने स्वप्न से जागने के बाद उसे प्रयोग रूप में किया जिसके तहत सिलाई मशीन का आविष्कार हुआ| ऐसे और भी अनेक अविष्कार है जैसे टेस्ला द्वारा अल्टरनेटिव करंट जरनेटर ,दिमित्री मेंडलीव द्वारा आवर्त सारणी,लैरी पेज द्वारा गूगल सर्च इंजन का आविष्कार|
कुंडली में कुछ ऐसे ग्रह योग जिससे कुछ जातक को ज्यादा स्वप्न आते हैं वह निम्न है -
- जिनकी कुंडली में राहु तृतीय स्थान में होता है उन्हें अक्सर ज्यादा स्वप्न आते हैं तथा उनके सपने सच होते हैं|
- कुंडली में राहु चंद्र या केतु चंद्र की युति हो तो जातक मति भ्रम से संबंधित भूत पिशाच एवं डरावने बुरे स्वप्न ज्यादा देखते हैं|
- अष्टम स्थान में राहु डरावना एवं दुर्घटना से संबंधित स्वप्न दिखाता है|
- कुंडली का प्रथम भाव मस्तिष्क का परिचायक होता है एवं चंद्रमा मन का कारक होता है| ऐसे में यदि लग्नेश अशुभ भाव में स्थित हो या नीच राशि में हो, चंद्रमा अशुभ भाव में या नीच राशि में स्थित हो और लग्न, लग्नेश या चंद्रमा पर राहु या शनि का प्रभाव हो और इन ग्रहों पर किसी शुभ ग्रहों की दृष्टि ना होने के कारण बुरा एवं डरावना सपना आने की संभावना ज्यादा होती है|
- कुंडली में अगर बुध ग्रह निर्बल अवस्था में हो तो बुरे सपने ज्यादा आते हैं|बुध ग्रह के निर्बल होने का अर्थ यह है कि मस्तिष्क कि तंतु कमजोर है|
- लग्नेश का बारहवें भाव में जाना स्वास्थ्य हानि से संबंधित एवं बुरे सपने ज्यादा आते है|
- ज्योतिषीय दृष्टिकोण से जिस जातक की कुंडली में लग्न तृतीय या आठवें भाव से संबंधित दशा चल रही हो तो उस दशा के अंतर्गत बुरे सपने ज्यादा आते है|
शास्त्र के अनुसार रात के चार पहर होते हैं और जो स्वप्न आखरी पहर यानी 3:00 बजे सुबह से 5:30 बजे सुबह तक देखा गया हो वह शीघ्र फलदाई होता है इसका मनोवैज्ञानिक कारण बहुत गहरा है, इस पहर को ब्रह्म मुहूर्त भी कहते हैं| इस पहर में जीवात्मा का चित विशेष रूप से जागृत रहता है एवं उसकी मानसिक स्थिति अत्यंत शांत एवं सूक्ष्म होती है जिससे व्यक्ति विशेष जागृत चित के द्वारा आसानी से भविष्य में होने वाली घटनाओं को देख लेता है|
- अगर रात के प्रथम पहर में कोई स्वप्न देखते हैं तो हम स्वप्न का शुभ या अशुभ फल स्वप्न देखने वाले को साल भर में मिलने की संभावना होती है|
- रात के दूसरे पहर में कोई सपने देखते हैं तो उसका शुभ या अशुभ फल मिलने का समय 8 महीने की मानी गयी है|
- अगर रात के तीसरे पहर में कोई स्वप्न देखते हैं तो 3 महीने में उसका शुभ या अशुभ फल मिलता है|
- रात के चौथे पहर मैं देखा गया सपनों का फल प्राप्ति एक महीना माना गया है और जो स्वप्न ब्रह्म मुहूर्त के बाद यानी उषाकाल के लगभग देखा जाता है उसे शीघ्र फलदाई कहा गया है|
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर सपने का कोई न कोई अर्थ और भविष्य में होने वाली घटनाओं की ओर इशारा करता है, जो निम्नलिखित है -
- साधु और सन्यासी का दिखना- शीघ्र तरक्की करना, दान देना|
- भगवान का दिखना- बहुत सारा पैसा मिलना|
- टूटे हुए शीशे का दिखना- किसी अप्रिय घटना घटित होना, किसी स्वजन की मृत्यु की खबर|
- खुला दरवाजा- जीवन में नई शुरुआत का होना या नए अवसरों का आना|
- बंद दरवाजा- परेशानी एवं धन हानि|
- लाठी- यश में वृद्धि|
- काजल लगाना - शारीरिक कष्ट होना|
- पीछा करते हुए देखना- मति भ्रम,असुरक्षा की भावना से ग्रस्त होना|
- अंगूठी पहनते हुए देखना- सुंदर पत्नी का मिलना|
- शेर शेरनी के जोड़ों को एक साथ देखना- शादीशुदा जीवन का खुशहाल होना|
- शेर- शत्रु पर विजय प्राप्त होना|
- बर्फ देखना- किसी प्रिय से शीघ्र मिलन होना|
- बाग बगीचा देखना- सुख की प्राप्ति होना,मन का प्रफुल्लित होना|
- आम का पेड़ देखना- पुत्र रत्न की प्राप्ति होना|
- वृक्ष का जड़ -दीर्घायु होना|
- चंद्रमा- मान प्रतिष्ठा में बढोत्तरी|
- कमल का फूल दिखना- पुनः निरोग होना|
- झरना का दिखना- बुरे समय की समाप्ति|
- शहद का दिखना- जीवन में शुभ संकेत|
- कुआं का दिखना-समाज में मान प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी|
- तलाब का दिखना- दुश्मन से पराजय होना|
- सफेद फूल का दिखना- जीवन में शुभ संकेत जैसे समस्या से छुटकारा मिल कर शांति का प्राप्त होना|
- दांत गिरना- यह स्वप्न अशुभता की ओर संकेत करता है इसका अर्थ यह हुआ कि आप किसी झगड़े फसाद में पड़ सकते हैं|
- नाखून काटना- शारीरिक रोगों से छुटकारा मिलना|
- हड्डी का दिखना- रुका हुआ धन मिलने का असार|
- कटे हुए अंग को देखना- किसी प्रिय जनों की मृत्यु की संभावना|
- महल- कष्टों से छुटकारा पाना|
- ऊंचा स्थान पर खुद को देखना- महत्वाकांक्षा पूरा होना (यह स्वप्न फल उचाई से डरने वाले के लिए नहीं है)|
- इमारत बनते हुए देखना- भविष्य में तरक्की मिलना|
- कंगन देखना- कहीं अपमानित होने का संकेत|
- ऊन देखना -धन लाभ होने का आसार|
- ऊंचे पहाड़ देखना- काफी मेहनत के बाद कार्य सिद्ध होना|
- ऊंचे वृक्ष देखना- मनोकामना पूर्ण होने में देरी होना|
- लाल फूल देखना- शीघ्र भाग्योदय होना|
- घास देखना- स्वप्न में हरी घास देखने का मतलब धन की प्राप्ति होना है|
- गोबर- व्यापार में लाभ एवं धन की प्राप्ति|
- जुगनू- जीवन में कठिनाइयों का सामना होना|
- स्टेशन- सुखद यात्रा होना|
- कब्रिस्तान- धन लाभ एवं समाज में मान प्रतिष्ठा का बढ़ना|
- दुकान- खाली दुकान देखना मतलब धन हानि एवं भरी हुई दुकान देखना धन समृद्धि की ओर संकेत करता है|
- विमान- शीघ्र मनोकामना का पूर्ण होना एवं जल्दी ही भाग्योदय होना|
- बच्चा- सपने में रोता बच्चा दिखाई देना का संकेत माना जाता है, कोई बीमारी या अशुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं|
- किसी की और जोर से हंसते हुए देखना- किसी मनोवांछित व्यक्ति से जल्दी विवाह होने का संकेत|
- डॉक्टर- किसी रोग से ग्रसित होने का संकेत|
- घर में कोई मेहमान का आना घर- घर में नई परेशानियों का उत्पन्न होना|
- खुले अलमारी देखना -धन हानि होना|
- आग का पकड़ना- भयंकर विपत्ति या हानि एवं फिजूल खर्च में बढ़ोतरी|
- खुद को आग में जलता हुआ देखना- किसी अप्रिय घटना का घटित होना एवं व्यापार में हानि|
- आसमान- अगर गर्भवती स्त्री यह स्वप्न देखें तो पुत्र फल की प्राप्ति होती है|
- इंद्रधनुष- स्वास्थ्य अच्छा होना|
- तारो को देखना- मनोवांछित फल की प्राप्ति|
- पत्थर देखना- अकेलापन एवं आने वाली विपत्ति का संकेत|
- पूजा करते हुए- समस्या का जल्द ही समाप्त होना एवं इच्छित कार्य पूरा होना|
- धुआ -व्यापार में हानि,रोग एवं शत्रुओं में बढ़ोतरी|
- जलता दिया या लौ देखना- यह अत्यंत शुभ संकेत है इसका अर्थ आप के जीवन में ज्ञान एवं वृद्धि को दर्शाता है|
- मछली का दिखना- शास्त्रों में मछली को लक्ष्मी का सूचक माना गया है, अतः मछली का सपना देखने का अर्थ है धन की प्राप्ति एवं समृद्धि का होना|
- हाथी को देखना- मन प्रसन्न होना,जीवन में सुख समृद्धि में वृद्धि होना|
- हाथी पर सवारी- पद प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी|
- हाथी हथनी के जोड़े का दिखना -शादीशुदा जीवन में खुशहाली आना|
- घोड़े से गिरना- कार्य में अड़चन,हानि एवं मानहानि का होना|
- सूअर देखना- शारीरिक रूप से बीमार होना या कोई परेशानी से जूझना|
- लोमड़ी देखना- दोस्त से धोखा मिलना|
- नेवला देखना- शत्रु का परास्त होना,शत्रु को हानि मिलना|
- छिपकली देखना- संभावित दुर्घटना का होना या हानि होना|
- डर कर भाग हुई छिपकली देखना- शुभ संकेत|
- भंवरा देखना- विश्वासपात्र से धोखा मिलना ,कष्टकारी यात्रा करना|
- बिच्छू देखना- सपने में काले बिच्छू का देखना शुभ एवं सफेद बिच्छू का देखना अशुभ माना जाता है अगर बिच्छू काटते हुए दिखाई दे तो हानि या नुकसान की संभावना प्रबल है|
- रोता हुआ कुत्ता का दिखना- अत्यंत दुखद समाचार का प्राप्त होना या किसी की मृत्यु होने की सूचना या संकेत|
- बिल्ली का दिखना- किसी से आपसी लड़ाई झगड़ा होना|
- शेर का दिखना- बचा हुआ काम पूरा होना, मुकदमे में जीत हासिल होना|
- बछड़ा का दिखना- धन की प्राप्ति होना|
- ऊट का दिखना- शारीरिक समस्याओं का उत्पन्न होना, विपत्ति में फंसना|
- गाय का दिखना- व्यापार में लाभ|
- बछड़े को प्यार करती हुई गाय देखने से संतान सुख प्राप्त होता है|
- खरगोश दिखाई देना- प्रिया स्त्री से मिलाप|
- गाय का दूध निकालते हुए देखना- संपत्ति और व्यापार में वृद्धि होना|
- सांप देखना- अनहोनी की सूचना|
- उल्लू देखना- धन हानि का संकेत|
- ऊंट की सवारी देखना - रोगग्रस्त होना|
- उदास देखना- बीमारी की पूर्व सूचना|
- उलझे बिखरे बाल देखना- परेशानियों में बढ़ोतरी|
- धागा देखना- परेशानियों से गिरना|
- ऊंचे वृक्ष देखना- मनोकामना पूरी होने में देरी|
- कंगन देखना- अपमान होना|
- ऊन देखना-धन लाभ होने के आसार|
- घी,दही,पनीर जैसे दुग्ध उत्पादन देखना भी निकट भविष्य में धन संपत्ति प्राप्ति का सूचक होता है|
- अंधा देखना - कार्य में विधन|
- किसी अंग का कटा देखना-स्वास्थ्य लाभ|
- अंगदान करना- इनाम मिलना, अच्छे भविष्य की ओर संकेत|
- अगरबत्ती जलते देखना- दुर्घटना होना|
- अजगर देखना- व्यापार में हानि|
- खिलखिला कर हंसते हुए देखना - दुखद समाचार का मिलना|
- अध्ययन करना- असफलता मिलना|
- अनाज देखना-आर्थिक तंगी किसी बात की चिंता|
- अनार देखना या खाना- धन प्राप्ति के योग|
- खुद को आकाश में उड़ता देखना- सफलता प्राप्त करना|
- खुद को अकेला देखना-मानसिक उलझन होना, लंबी यात्रा का होना|
- दांत गिरते देखना- बंधु बांधव को कष्ट|
- अप्सरा देखना- धन और मान सम्मान की प्राप्ति|
- धनी अंधेरी रात या अमावस्या की रात देखना- दुख और विपत्ति से छुटकारा पाना|
- अर्थी देखना- स्वास्थ्य एवं धन लाभ बीमारी से छुटकारा पाना|
- आश्रम देखना- व्यापार में घाटा|
- इष्ट देव की मूर्ति चोरी होना- मृत्यु तुल्य कष्ट का मिलना|
- ऊंचे से गिरना- पदच्युत हानि एवं कष्ट का मिलना|
- सफेद कपड़े का मिलना- विवाह होने का संकेत, प्रतिष्ठा लाभ|
- मेले में घूमना- जीवनसाथी का मिलना|
- शहद का सेवन करना- शीघ्र विवाह की संभावना|
- स्वप्न में कंगन पहनते हुए देखना- विवाह का होना|
- स्वप्न में हीरा या कोई आभूषण पहनते हुए देखना - विवाह का संपन्न होना|
- स्वप्न में यदि कोई व्यक्ति अपने प्रेमी या पति को किसी अन्य स्त्री के साथ अनैतिक संबंध स्थापित करता देखे तो उसे सच्चरित्र पति की प्राप्ति होती है|
- अगर स्वप्न में खुद को नाचता देखे तो यह शीघ्र विवाह का संकेत है|
- स्वप्न में आभूषण का खोना दांपत्य जीवन में बाधा एवं क्लेश का संकेत है|
- आसमान में बिजली दिखना- व्यवसाय में स्थिरता आना|
- बादल देखना - शीघ्र उन्नति करना|
- आकाश से गिरना- संकट में फसना|
- आग देखना - गलत तरीके से धन प्राप्ति का योग|
- आग से कपड़ा जलना - अनेक दुख से सामना होना,आंखों का रोग होना|
- आत्महत्या करना- लंबी आयु प्राप्त होना (अगर अपने जीवन में अत्यधिक भयंकर मानसिक परेशानी से कोई जूझ रहा है तो इस सपने का अर्थ लंबी पहला आयु प्राप्त होने का नहीं है इसका अर्थ है गहरे में डिप्रेशन और फ्रस्ट्रेशन)|
- आम खाते हुए देखना- धन और संतान की प्राप्ति होना|
- बंदर देखना - सगे संबंधी से मतभेद होना या लड़ाई होना|
- अस्त्र देखना - संकट से रक्षा|
- अस्त्र शस्त्र से खुद को कटा देखना - शीघ्र कष्ट मिलना|
- अस्त्र-शस्त्र देखना - मुकदमे में हार|
- हड्डी का देखना - आपत्ती का टलना|
- आंचल से आंसू पोछना - अच्छे समय आने का संकेत|
- आंखों में काजल लगाना- शारीरिक कष्ट का मिलना|
- आंधी देखना - संकट से छुटकारा|
- आंधी तूफान देखना - विपत्ति में आना,यात्रा में कष्ट होना|
- आंसू देखना - परिवार में मंगल कार्य का होना|
- आईना देखना - इच्छा पूर्ण होना, उचित मित्र का मिलना|
- आईना में अपना मुंह देखना - नौकरी में परेशानी, पत्नी से क्लेश|
- कछुआ देखना - शास्त्रों में कछुआ भी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है अतः इससे संबंधित सपना धन में वृद्धि की ओर इशारा करता है (ऐसा भी अनुभव में आया है :जीवन में कोलाहल, शक्ति में कमी)|
- राख देखना - धन नाश होना|
- खिलाकर हसती स्त्री देखना - घर में कलेश की वृद्धि होना|
- कुएं में पानी देखना - धन लाभ|
- इंद्रधनुष देखना - मन प्रफुल्लित होना, निरोग होना|
- कमल का फूल देखना - रूप से छुटकारा|
- सुंदर स्त्री देखना - प्रेम में सफलता का मिलना|
- चूड़ी देखना - सौभाग्य में वृद्धि होना|
- देवी दर्शन - यह स्वप्न बहुत दुर्लभ है इसका अर्थ है आपके कष्ट का निवारण एवं चारों ओर से उन्नति तय हैं|
- भगवान शिव को देखना - विपत्ति का नाश हो कर चारों ओर से जीवन में उन्नति करना| (यह सपना व्यक्ति के भक्ति और श्रद्धा के ऊपर भी निर्भर करता है इसका अर्थ उसकी निजी जीवन में क्या है)
- उत्सव मनाते हुए देखना - शोक होना|
- कोर्ट कचहरी देखना - विवाद में पड़ना|
- त्रिशूल देखना - शत्रुओं से मुक्ति|
- तारामंडल देखना - सौभाग्य की वृद्धि|
- तारा देखना - समस्या में वृद्धि|
- तीर दिखाई देना - लक्ष्य की ओर बढ़ना|
- पुजारी को देखना - किसी भी विपत्ति या हानि का संकेत|
- विधवा को देखना - किसी व्यक्ति या व्यापार में हानि का संकेत|
- लड़की को देखना - जवान लड़की को देखने का अर्थ है शीघ्र विवाह का होना|
- मुर्दे से बात करना - मनचाही इच्छा पूरी होना|
- मुर्दा देखना - बीमारी दूर होना|
- जलता मुर्दा देखना - शुभ समाचार मिलना|
- शव या मुर्दा देखना - मनोवांछित इच्छा का पूरा होना एवं शीघ्र भाग्योदय होने का संकेत|
- अर्थी - पुनः स्वस्थ होना एवं इच्छित कार्य का पूरा होना|
- मृत्यु - अपनी मृत्यु देखना शुभ एवं दूसरे की मृत्यु देखना अशुभ होता है ऐसा माना जाता है कि अपनी मृत्यु देखने का अर्थ है आयु में वृद्धि होना एवं जीवन में चली आ रही परेशानियों का खत्म होना है दूसरों की मृत्यु देखने का अर्थ है किसी प्रियजन की मृत्यु या उनका रोग ग्रस्त होना|( किसी प्रिय या करीबी की मौत देखने का अर्थ है आपके जीवन में कुछ बदलाव आने वाले हैं|
- मर चुके इंसान का दिखना या उनसे बात करना- मन में दबी कोई इच्छा का पूरा होना|
- भूत प्रेत का दिखना - सपने में भूत प्रेत देखने का अर्थ है मानसिक रूप से बहुत बेचैन रहना ऐसे व्यक्ति हृदय बहुत व्याकुल मति भ्रम का शिकार रहते हैं इसलिए ऐसे सपने सपने आते हैं| बिना किसी मानसिक परेशानी के साधारण रूप से ऐसे सपने आएं तो भविष्य में होने वाले नुकसान की ओर इशारा कर रहा है|
- हत्या - किसी से धोखा मिलने की ओर इशारा करता है|
- सपने में खुद को रोते देखना- इसका अर्थ है परेशानियों से घिरे रहने के कारण आप बेचैनी दुख,उलझन एवं गहरे अवसाद से गिरे हैं और उससे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं|
- सपने में खुद को अंधेरे में फंसे देखना- इसका अर्थ है खुद के अंदर गहरी निराशा सुरक्षा एवं अवसाद|
- सपने में पैसा देखना - धन की अधिक लालसा|
- शादी - स्वप्न में शादी का देखना अत्यंत अशुभ माना जाता है या जीवन में आने वाले भयंकर विपत्ति की ओर इशारा करता है|
- डोली - किसी अलग तरह की परेशानी में पड़ना मूल निवास से विस्थापित होकर दूर जाना|
- बारात - जीवन में अशुभ घटना घटित होना|
- मंगनी - विवाह में देरी,विवाह विच्छेद होना|
- कन्यादान - जीवन में कोई दुर्घटना या संकट का आगमन होना|
- विदाई - आर्थिक रूप से लाभ|
- दीपावली मनाना - जीवन में हर्षोल्लास का आगमन होना|
- घुंघट लिए स्त्री दिखाई देना - नया कारोबार शुरू होना|
ऊपर वर्णित स्वप्न एवं इसके अर्थ प्रत्येक व्यक्ति विशेष के मानसिक स्थिति एवं ग्रह स्थिति के अनुसार परिवर्तन हो सकते हैं किसी किसी व्यक्ति को सपने बहुत ज्यादा आता है अतः बुरे सपनों के निदान के लिए कुछ टोटके एवं उपाय मैं यहां दे रहा हूं लेकिन यह उपाय सर्वसाधारण है अच्छे से सपनों का अर्थ एवं इसका विश्लेषण कराने के लिए आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं एवं अपनी मानसिक एवं ग्रह स्थिति के अनुसार इसका निदान पा सकते हैं|
- रात्रि को सोने से पहले हाथ पैर में अच्छे से धो लें एवं कम से कम 21 बार ‘ओम नमः शिवाय’ का जप कर ले|
- अपनी कानी उंगली से सीने पर राम लक्ष्मण एवं सीता का नाम लिखकर सो जाये इससे भी बुरे सपने नहीं आएंगे या आप अपने इष्ट देवता का भी नाम लिख सकते हैं|
- प्रत्येक शनिवार एवं सोमवार को जल में काला तिल एवं मिश्री डालकर शिवालय में जाकर शिवलिंग को जलाभिषेक करें बुरे सपने नहीं आएंगे| अगर राहु एवं शनि की महादशा चल रही हो तो इस उपाय से जरूर आराम मिलेगा|
- गंदे और अव्यवस्थित बिस्तर पर सोने से भी बुरे एवं डरावने सपने आते हैं| इसलिए सोने से पूर्व बिस्तर साफ करके सोए|
- सोने के पूर्व एक तांबे के पात्र में जल लेकर सिरहाने के नीचे रख दे एवं सुबह सोकर उठने के बाद उस पात्र के जल को सारे घर में दिखाकर बाहर अलग स्थान में फेंक दें| ध्यान रहे इस प्रक्रिया के तहत कोई देखे नहीं इससे बुरे सपने भी कम आएंगे एवं घर के अशुभ तत्व भी घर से बाहर जाएंगे|
- लालकिताब के अनुसार सिरहाने में तकिए के नीचे सौंफ रखकर सोने से भी बुरे सपने नहीं आते हैं लेकिन अनुभव में आया है यह उपाय परामर्श लेकर ही करें क्योंकि इस उपाय से किसी किसी को ग्रह स्थिति के अनुसार भयानक सपने भी आए हैं|
- जिनको बुरे सपने आते हैं उनको अपने कमरे में डरावने चित्र या पेंटिंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए|
- प्रत्येक दिन हनुमान चालीसा बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करने के से से भी बुरे सपने नहीं आते हैं एवं अगर कोई व्यक्ति मंगल या शनि ग्रह से प्रभावित है तो ग्रह दोष भी ठीक होता है|
- सिरहाने में तकिए के नीचे अदरक और हींग रखने से प्रेत बाधा या पिचाश बाधा नहीं आते है|